Wednesday 18 January 2017

रातें

आँखोंमे देरतक जगती है रातें
यादोंकी आँचमें सुलगती है रातें
दिन गुजर जाते है कुछ पलोंमें और
ख़ामोश सदियोंसी लगती है रातें


Copyright © roopavali. All rights reserved